सवाल कुछ नहीं पर जवाब बने रहते हैं,
हम बेसबब ही बेताब बने रहते हैं..
हम बेसबब ही बेताब बने रहते हैं..
जाने क्या कहते हैं, क्या कह नहीं पाए?
कोई पागल सी किताब बने रहते हैं...
कोई पागल सी किताब बने रहते हैं...
वो सच मानकर आएगा मुकम्मल करने,
सो सुबह की नींद का ख़्वाब बने रहते हैं..
सो सुबह की नींद का ख़्वाब बने रहते हैं..
वक्त पर चले आते हैं रौशनी लेकर,
गोया कोई पेशेवर आफ़ताब बने रहते हैं..
गोया कोई पेशेवर आफ़ताब बने रहते हैं..
भूल जाते हैं लोग डायरी में रखकर हमें,
हम याद दिलाने को गुलाब बने रहते हैं..
हम याद दिलाने को गुलाब बने रहते हैं..
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