ये आवारगी भी उन्ही की दुआ समझो|
कोई ख्वाब आँखों में दफ्न हुआ समझो||
चर्चे हैं उसकी बेवफाइयों के भी अब,
ये आग ही है तभी धुंआ समझो ||
इस वहशत में ज़रा कुछ और ही हैं रंग,
उसने गीत मेरा लब से छुआ समझो||
"पावन सी कहानी" कहते हैं लोग इश्क को,
जो तकदीरों से चले, बस जुआ समझो||
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